याद तो होगा
याद तो होगा
याद तो होगा तुम्हे वो पहाड़ जब
चांद निकलने वाला होता था बस तुम्हे फोन
करना और तुम्हारे घर के थोड़ी उपर तुम्हारा इंतजार करना
और उस पहाड़ पर हम दोनों का जाना और घंटों उस चांद
को देखना और वो बातें करना याद तो होगा तुम्हे । मुझे भी है अब रोज अकेला जाता हूं उधर अकेले घंटों बैठा रहता हूं
खुद की तनहाईयों से बातें करने उस चांद को कोसने की अब तो पूर्णिमा को भी तू आधा नजर आता है बस एक दिन
चांद की भी हद हो गई और कहा तुझे अब आधा ही नजर आऊंगा क्योंकि तेरा आधा चांद अब दूसरी पहाड़ी पर पूरा
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6 Comments
nice lines
ReplyDeleteVery Nice words
ReplyDeleteNice line bro🔥🔥
ReplyDeleteosm lines
ReplyDelete❤️❤️
ReplyDelete❤️❤️
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