मुकुरहतों के लिए
मुकुरहतों के लिए
एक सक्श जरूरी होता है मुकुरहतों के लिए
बस मेंने भी खुदा से यही मांगा ऐ खुदा
मुझे उस सक्श से मिला दे मुस्कुराने का जी करात है
खुदा ने कुछ सुनी इस कदर दुआ एक सक्श के बदले
पांच दोस्त दे दिए
खुशी का मानो कोई संसार ना रहा
मैने दुआ की थी मुस्कुराने की
वो हर एक लम्हे को खुशनुमा कर गए।
@uditthakur
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